खाकी ने निभाया बेटे का फर्ज, हरकी पैड़ी पर थैले बेचने वाली अम्मा का पूरे विधि विधान से किया अंतिम संस्कारएक बार फिर उत्तराखण्ड पुलिस के जवानों ने साबित किया है कि इंसानियत का रिश्ता सभी रिश्तों से बड़ा होता है। सोमवार शाम हरकी पैड़ी पर थैले बेचकर अपना गुजर बसर करने वाली पुलिस की अम्मा (संतोषी देवी) की सांसों की लड़ी टूट गयी। हरकी पैड़ी चौकी प्रभारी अरविन्द रतूड़ी ने बेटे का फर्ज निभाते हुए रोड़ी बेलवाला चौकी प्रभारी पवन डिमरी और साथी जवानों के साथ अम्मा के शव न सिर्फ कंधा दिया, बल्कि पूरे विधि विधान के साथ अंतिम संस्कार कर नम आंखों से विदाई दी। विगत वर्ष लॉकडाउन से हरकी पैड़ी पुलिस चौकी के जवान निस्वार्थ भाव से अम्मा के खाने-पीने, दवाई सभी का इंतजाम कर उनकी देखभाल कर रहे थे।
खाकी ने निभाया बेटे का फर्ज
