उत्तराखंड। कालसी, जौनसार बावर क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने, महासू देवता के धार्मिक पौराणिक महत्व को जनसामान्य तक पहुंचाने और उसके प्रचार-प्रसार के लिए कालसी जौनसार बावर क्षेत्र के लोगों ने सतपाल महाराज को सम्मानित किया। सतपाल महाराज ने क्षेत्र के निवासियों का हार्दिक आभार किया और लोगों को अवगत कराया कि हमारे अथक प्रयासों से जौनसार बावर क्षेत्र के धार्मिक एवं पौराणिक महत्व के स्थलों को एक विशिष्ट पहचान मिली है।

चारों महासू देवता बासिक महासू, पबासिक महासू, बोठिया महासू और चालदा महासू के साथ-साथ मैन्द्रथ मंदिर, ठढियार मंदिर, मोहना मंदिर, हनोल मंदिर, समाल्टा मंदिर, दसऊ मंदिर, थैना मंदिर, बिसोई मंदिर, लखवाड़ मंदिर एवं लखस्यार मंदिर को पर्यटन विभाग द्वारा प्रचारित एवं प्रसारित करने का महत्वपूर्ण कार्य किया,और कहा कि हम राज्य के विभिन्न मंदिरों, धार्मिक एवं पौराणिक महत्व के इन स्थलों को पर्यटन एवं तीर्थाटन की दृष्टि से विकसित करने का सफलतम प्रयास कर रहे हैं। इन प्रयासों से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, अपितु स्थानीय लोगों को रोज़गार भी उपलब्ध होगा। ‘देवभूमि’ उत्तराखंड के चहुंमुखी विकास एवं यहां की जनता के कल्याण के लिए हम संकल्पबद्ध हैं।