चीन और पाक के साथ युद्ध की स्थिति में या अन्य आपातकालीन स्थिति में भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान किसी भी समय श्रीनगर के राष्ट्रीय मार्ग पर उतर सकते हैं। ये मार्ग दक्षिण कश्मीर में है। बिजबिहाड़ा में हाइवे 44 पर करीब 3.5 किलोमीटर की हवाई पट्टी बनाई गई है। यह रनवे लगभग तैयार हो चुका है।
यहां से विमान उड़ान भर सकता है और उतर भी सकता है। इस रनवे से नियंत्रण रेखा और वास्तविक नियंत्रण रेखा तक पहुंचने में कम समय लगेगा। युद्ध के समय में ये पट्टी सभी सेनाओं और सुरक्षा एजेंसियों के लिए कारगार होगी।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पाकिस्तान की सीमा से लगे राजस्थान के बाड़मेर के एक रोड को भी रनवे हाइवे बनाकर राष्ट्र के नाम समर्पित किया।
इस रनवे को वायुसेना के विशेषज्ञों की सहायता से तैयार किया गया है। इसमें अलग तरह की निर्माण साम्रगी का उपयोग किया गया है। इस रनवे की चौड़ाई अधिक रखी गई ताकि विमानों को उतरने और उड़ने में कोई दिक्कत ना हो, श्रीनगर में इस रनवे पर 120 करोड़ की लागत आयी है।