“छोलिया” उत्तराखण्ड के कुमाऊँ क्षेत्र का प्रमुख पारंपरिक लोक नृत्य है। यह नृत्य युद्ध के प्रतीक रूप में प्रयोग किया जाता है, यह एक तलवार नृत्य है, जो विशेष रूप से कुमाऊँ मण्डल के पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिलों में लोकप्रिय है। इसमें पुरुष प्राचीन सैनिकों जैसी वेशभूषा पहन कर तलवार और ढाल लेकर उत्तराखण्ड के लोक वाद्य ढोल, दमाऊ, रणसिंह, तुरहि और मसकबीन की धुनों पर नृत्य करते हैं।