योग पुन: अपने पुरातन शौर्य को तीव्र गति से प्राप्त करता जा रहा है। इसके विभिन्न आसनों एवं प्राणायामों के अभ्यास से लोग अपनी कई बीमारियों का सफलता पूर्वक उपचार भी कर रहे हैं। इन्हीं में से एक अत्यंत उपयोगी आसन हैं सिंहासन। आयिए जाने सिंहासन से होने वाले अद्भुत लाभ।
1. टॉन्सिल, थायरायड एवं गला संबंधी रोगों में उपयोगी।
2. कानो के रोग व अस्पष्ट उच्चारण में लाभकारी।
3. जो बच्चे तुतलाकर कर बोलते हैं उनके लिए विशेष रूप से हितकारी।
सिंहासन करने की विधि
▶️ यदि संभव हो तो सर्याभिमुख हो वर्जासन में बैठकर घुटनों को थोड़ा खोलकर रखें। हाथों की उंगलियां पीछे की और करके पैरों के बीच सीधा रखें।
▶️ श्वास अंदर भरकर जीभ को बाहर निकालें। भ्रूमध्य में देखते हुए श्वास को बाहर निकलते हुए सिंह की तरह गर्जना करें। इस प्रकार 3-4 बार करना चाहिए।
▶️ सिंहासन करने के बाद गले से लार छोड़ते हुए हल्के हाथ से गले की मालिश करें, इससे गले में खराश नहीं होती।