उत्तराखंड की नई खेल नीति से खेलों को बड़ा बढ़ावा मिलने वाला है। उत्तराखंड के खिलाड़ियों को 5400 ग्रेड पे के साथ ग्रुप बी के पद पर नियुक्ति के साथ ही ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने पर 2 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। इसके साथ ही सिल्वर मेडलिस्ट को 1.5 करोड़, ब्रॉन्ज मेडलिस्ट को एक करोड़ और ओलिंपिक खिलाड़ी को 50 लाख दिए जाएंगे। सभी पदक विजेताओं को समान ग्रुप बी में 5400 ग्रेड पे के पद पर नियुक्ति दी जाएगी। इसी प्रकार विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेताओं को राष्ट्रीय खेलों में नगद राशि एवं एक लाख रुपये तक ग्रेड पे में नियुक्त करने की व्यवस्था की गई है। 2000 ग्रुप सी में
कैबिनेट में लिए गए निर्णय के अनुसार खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने के लिए पांच साल, 10 साल और 15 साल के आधार पर कार्ययोजना तैयार की जाएगी. युवा प्रतिभाओं की पहचान के लिए ग्राम स्तर पर खेल प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे। बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा। खेलकूद के विकास के लिए महाविद्यालयों में कम से कम पांच खेल विधाओं के लिए मैदान बनाए जाएंगे। इसके साथ ही इंटर स्टेट स्पोर्ट्स एक्सचेंज प्रोग्राम का भी आयोजन किया जाएगा।
मुख्यमंत्री उद्यम खिलाड़ी उन्नयन योजना के तहत 3900 लड़के-लड़कियों को 1500 रुपये प्रतिमाह की राशि दी जाएगी। मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत जिला स्तर पर 14 से 23 वर्ष आयु वर्ग के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति, खेल किट, ट्रैक सूट और खेल उपकरण दिए जाएंगे। हर जिले के 100 खिलाड़ियों को हर महीने दो हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
खेल सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए उन्हें निजी क्षेत्र द्वारा खेल सुविधाओं के विकास पर वित्तीय सहायता दी जाएगी। पदक जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में हर साल 30 से 50 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी। खिलाड़ियों को चोट लगने की स्थिति में दुर्घटना बीमा या वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
खिलाड़ियों को मुफ्त यात्रा और भत्ता
राज्य सरकार ने प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए खिलाड़ियों को यात्रा की सुविधा प्रदान करने का भी निर्णय लिया है। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में एसी-3 और स्लीपर कोच की सुविधा और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए इकोनॉमी क्लास टिकट की सुविधा दी जाएगी। साथ ही अन्य खर्च के लिए दो हजार रुपए दैनिक भत्ता दिया जाएगा। प्रतियोगिता एवं प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेने के लिए राज्य के अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को राज्य परिवहन निगम की बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा भी दी जायेगी।