सैन्य परिवारों और शहीदों के सम्मान में एक सितंबर से राज्य में सैन्य सम्मान यात्रा निकाली जाएगी,जिसमें शहीदों के स्वजन को सम्मान पत्र दिया जाएगा। साथ ही उनके आंगन की पवित्र मिट्टी को सैन्य धाम निर्माण के लिए किया जाएगा।सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि अगले साल अप्रैल- मई तक सैन्य धाम का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

सैनिक कल्याण मंत्री ने गुरुवार को कैंट रोड स्थित कैंप कार्यालय में सैन्य धाम निर्माण के संबंध में समीक्षा बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सैन्य धाम के लिए आवंटित भूमि का म्यूटेशन और हस्तांतरण की प्रकिया जल्दी पूरी करें। उन्होंने अधकारियों को एक बार पुनः स्थल का मौका मुआयना कर, इस संबंध में अग्रिम कार्यवाही और प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। संबधित अधिकारियों ने भूमि के सर्वे और सीमांकन का विवरण प्रस्तुत करते हुए उन्हें कार्य प्रगति से अवगत कराया। सैनिक कल्याण मंत्री ने जिलाधिकारी देहरादून को भी सैन्य धाम के निर्माण की प्रगति तेज करने के निर्देश दिए।

मंत्री ने कहा कि सैन्य धाम प्रधानमंत्री और स्वयं उनका ड्रीम प्रोजेक्ट है। धाम एक तरह से मंदिर होता है और इस मंदिर में वीर शहीदों की पूजा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सैन्य धाम में फौज के टैंक, तोप, शहीदों के चित्र आदि लगाने के साथ ही उनकी वीर गाथाएं अंकित करवाई जाएंगी। यहां हरभजन सिंह और बाबा जसवंत सिंह के मंदिर भी बनाए जाएंगे। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियां प्रेणना लेंगी और उनके भीतर भी देशसेवा करने का जज्बा पैदा होगा। बैठक में विशेष सचिव मुख्यमंत्री डॉ. पराग मधुकर ढकाते, जिलाधिकारी डा. आर राजेश कुमार, अपर सचिव प्रदीप सिंह रावत, प्रबंध निदेशक उपनल ब्रिगेडियर पीपी एस पाहवा, डी एफ ओ मसूरी कहकशां नसीम, निदेशक सैनिक कल्याण ब्रिगेडियर केबी चंद्र आदि उपस्थित थे।