अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान का असली चेहरा धीरे धीरे सामने आ रहा है। तालिबानियों ने हेरात और कंधार में भारत के दूतावास पर धावा बोला है और वो वहां से जरूरी दस्तावेज और वाहन ले गए हैं। भारत ने पहले ही अपने दूतावास वहां से निकाल लिए थे और लोगों को निकालने का काम भी चल रहा है। कई बातें और भी सामने आ रही है कि तालिबानी आतंकवादी दूसरे देशों के दूतावासों की भी तलाशी ले रहें हैं, उन्होंने कई इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है ताकि उनकी किसी भी करतूत कि जानकारी दुनिया को ना हो। तालिबान आतंकवादियों ने शिया के नौ सौ लोगों को भी मार दिया है, इनमें से तीन सौ लोगों को तो कड़ी यातना दी गई है।
तालिबानी प्रवक्ता ने दो दिन पहले ये कहा था कि किसी ने देश के दूतावास और लोगों को कोई नुकसान नहीं किया जाएगा । तालिबानियों ने दुनियां के सामने अपनी अलग छवि दिखाने कि कोशिश की थी। उन्होंने कहा था कि महिलाओं को काम करने और शिक्षा का अधिकार दिया जाएगा लेकिन वो ऐसा नहीं कर रहे है उन्होंने लड़कियों के स्कूल भी बंद कर दिए हैं। शुक्रवार को सामने आयी इंटरनेशनल रिपोर्ट ने तालिबान के असली चेहरे को बेनकाब कर दिया है जिससे लोग दहशत में हैं और किसी को भी तालिबान पर विश्वाश नहीं है। तालिबान ने पुराने क्रूर शासन की याद ताजा कर दी है।
तालिबान का असली चेहरा आया सामने
